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छत्रपति शिवाजी महाराज की युद्धनीति की कहानी



  यह योध्या कोई और नही महाराणा प्रताप और चाणक्य के गुणों से भरपूर छत्रपति शिवाजी थे । 16 साल की उम्र में उनोंह्ने सत्ता संभाली थी।  । 1674 ईस्वी में उन्होंने पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी ।1674 ईस्वी में उनका रायगढ़ में राज्याभिषेक किया।





सन 1627 में पुणे के शहर शिवनेरी में जन्मे शिवाजी महाराज विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। छत्रपति शिवाजी शाह भोंसले महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक शासक थे। शिवाजी की धार्मिक अभ्यासों में रूचि अधिक थी। वे बुद्धिमान और बहादुर थे। उन्होंने 16 साल की उम्र में ही अपने आस-पास के कई किले जीत लिए थे। उन्होंने सिंहगढ, जावली कोकण, राजगढ़, औरंगाबाद और सूरत के किले जीते थे।

शिवाजी की जन्मतिथि को लेकर विवाद है लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने 19 फरवरी 1630 को उनका जन्मदिवस स्वीकार किया है।

शिवाजी महाराज का प्रारंभिक जीवन शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले था। वह एक मराठा सेनापति थे। उनकी मां जीजाबाई थीं। शिवाजी का परिवार एक योद्धा परिवार था। शिवाजी महाराज के पिता डेक्कन सल्तनत के लिए काम करते थे। शिवाजी अपनी मां जीजाबाई से अधिक प्रभावित थे। शिवाजी की मां बेहद धार्मिक थीं और यही प्रभाव उनके अंदर भी आ गया।


मुस्लिम अंगरक्षक
उनकी सेना में बहुत से मुस्लिम सैनिक भी थे । उनका एक मंत्री भी मुस्लिम था । सबसे बड़ी बात तो उनके अंगरक्षको में भी कुछ मुस्लिम थे । उनके तोपखाने में, और अफजल खान के खिलाफ बाघनख नामक हथियार बनाने वाला व्यक्ति भी मुस्लिम ही था.
छापा मार युद्ध
छापा मार युद्ध जिसे हम गोरिल्ला वॉर के नाम से भी जानते है। इस युद्ध में अपने दुश्मन को मुर्ख बनाकर हराया जाता है । इस प्रकार की युद्ध रणनीति देखकर उसकी बुद्धिमत्ता का परिचय होता है। छापा मार युद्ध करके उनोंह्ने बहुत से किले जीते थे।

प्लानिंग
यह योद्धा वीर होने के साथ साथ स्मार्ट भी था । यह युद्ध जितने के लिए प्लानिंग 1 , प्लानिंग 2 , प्लानिंग 3 इस प्रकार प्लान भी करता था। जब आदिल शाह शिवाजी महाराज की विजयों के बारे में सुनते थे तो उनको भय लगने लगता था।
Father ऑफ़ नेवी
शिवाजी केवल छापा मार युद्ध में ही नहीं बल्कि नेवी युद्ध के लिए भी जाने जाते है । उन्होंने अपनी जल सेना भी बना के राखी थी ।
मिर्जा राजा जय सिंह
उनका सामना मिर्जा राजा जयसिंह के साथ हुआ तब शिवाजी हार गए और पुरन्दर की संधि पर साइन किये । शिवाजी ने इस संधि से 23 किले उन्हे देने पड़े। पर शिवाजी का लक्ष्य मुग़लों को हराना था । इस युद्ध के बाद उन्होंने 360 किले होर जीत लिए थे।
साम्राज्य
उन्होने छापामार युद्ध से छोटी सी सैनिक टुकड़ी से जितने की शुरुआत की थी और उन्होंने दक्षिण भारत से गुजरात और अन्य क्षेत्रो को अपने साम्राज्य में मिला लिया था।
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इतिहास में अन्य कई महान शासक है । जैसे अशोक , महाराणा प्रताप पर मुझे तो शिवजी सबसे महान लगता है।
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